रामपुर बुशहर। रामपुर बुशहर के साथ लगते किन्नौर के तरंडा गांव में वीएफडीएस (चित्रलेखा जगत जननी “पिकेल एंड जूस ग्रुप”) के स्वयं सहायता समूह सदस्यों के साथ जायका अधिकारियों ने बैठक की।
इस दौरान एसएचजी ग्रुप की महिलाओं द्वारा सात दिनों के प्रशिक्षण के दौरान तैयार उत्पादों को प्रदर्शित किया गया। स्थानीय प्रशिक्षक के द्वारा प्रशिक्षण प्रदान करने के बाद ग्रुप की महिलाओं ने उत्साहवर्धक रुचि दिखाते हुए घरेलू उत्पाद तैयार किये और
सदस्यों ने स्थानीय स्तर पर 12 हजार रुपये के अपने उत्पाद बेचे । जायका के विनोद शर्मा कार्यक्रम प्रबंधक (विपणन और ग्रामीण वित्त पोषण) पीएमयू कार्यालय ने बैठक की अध्यक्षता की। प्रबंधक ने आय सृजन और उत्पादों के प्रचार- प्रसार को बढ़ावा देने के लिए सदस्यों को जेआईसीए ब्रांड “हिम ट्रेडिशन” के तहत बाजार में गुणवत्ता वाले उत्पादों को बेचने की सलाह दी गई। इस दौरान सहमति बनी कि
राष्ट्रीय राजमार्ग -5 पर तरंडा मंदिर के पास एक आउटलेट खोला जाये, जहां एसएचजी द्वारा तैयार उत्पादों को बेचा जा सके। विनोद शर्मा ने बताया कि आउट लेट पर स्वयं सहायता समूहों को उत्पाद विक्रय के लिए सहूलियत बनाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए गज़ेबो टेंट भी खरीदे जा रहे हैं। जो समूहों को आपूर्ति की जाएगी,ताकि एसएचजीएस पर्यटन , पिकनिक अथवा दर्शनीय स्थानों पर उत्पाद बेच सकें। इस में राष्ट्रीयकृत बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा के माध्यम से लाभ प्राप्त करने के लिए विपणन पहलुओं और वित्तीय संबंधों के बारे में भी चर्चा की गई। इस दौरान जायका के अधिकारी सीएम शर्मा ने भी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को घर द्वार पर स्वरोजगार अपना कर कैसे आत्मनिर्भर हो सकते है के टिप्स दिए।