द सुप्रभात
भाषा एवं संस्कृति विभाग जिला शिमला हिमाचल प्रदेश द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की कड़ी में सम्मलेन कक्ष, गेयटी थियेटर परिसर शिमला में जिला स्तरीय महिला साहित्यिक सम्मेलन का आयोजन करवाया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डा० सरोज भारद्वाज ने की तथा कुसुम संघाईक, उपनिदेशक, भाषा ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की ,मंच संचालन कल्पना गांगटा ने किया। इस अवसर पर वन्दना राणा:- मैं अबला नहीं सबला हूं, सत्या शर्मा वसुंधरा ने कुछ भी कर शक्ति है नारी,कमलेश ठाकुर ने मैं कोई और नई माथे की बिंदियां हूं, नीरा राठौर ने मां की व्यथा, पूजा सूद डोगर ने नारी के त्याग, रक्षा ठाकुर ने नारी शक्ति की महिमा, कल्पना गंगटा ने सशक्त नारी, सशक्त समाज की परिकल्पना पर काव्य पाठ किया,प्रियंका शर्मा ने मैं भारत की नारी हूं, उमा ठाकुर ने गृहणी तथा पारंपरिक परिधान ढाटु,अर्चना सिंह ने मैं स्त्री हूं प्रोमिला भारद्वाज ने। थकती नहीं औरते,,सरोज भारद्वाज ने पहाड़ी बोली मे शिवरात्रि मे खत्म होती घिरटी परंपरा पर काव्य पाठ किया तथा नवोदित तमन्ना मान्टा, प्रियंका शर्मा, सृष्टि आदि सहित डेढ़ दर्जन से अधिक महिला साहित्यकारों ने काव्य पाठ किया ।
अपने अध्यक्षीय भाषण मे डा० सरोज भारद्वाज ने कहा कि कार्यक्रम की सार्थकता सभी प्रतिभागी महिला साहित्यकारो की मन को छू देने वाली रचनाओ ने साबित कर दी ओर कहा कि नवोदित प्रतिभाएं भविष्य की आशाएं है ,उन्होंने आधुनिकता की होड़ में रिश्तों में समन्वय बनाएं रखने पर बल दिया।
इस अवसर पर जिला भाषा अधिकारी शिमला अनिल हारटा, अधीक्षक श्रेष्ठा ठाकुर, भाषा अधिकारी दीपा कुमारी, देवेन्द्र कुमार देव, शिवम ठाकुर आदि उपस्थित रहे।