स्टोन फ्रूट ग्रोवर्ज की बड़ी मुश्किले, 50% फ़सल हुई बर्वाद, सरकार से लगाई मदद की गुहार l
रामपुर बुशहर l इस बार खराब मौसम के कारण इस क्षेत्र में बादाम और पलम बाहुल क्षेत्रों मैं स्टोन फ्रूट की 50% फ़सल तबाह होने से उत्पदकों मैं चिंता की लहर व्याप्त हैं l जिन बागवानों की रोजी – रोटी प्लम बादाम की बागवानी पर ही निर्भर है। उन्हें रोजी चलानी मुश्किल हो गई है। ऐसे मैं उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगाई हैं l
उत्पदकों का कहना हैं की पहले तेज बारिश के चलते ठंड ने बगीचों मैं फ्रूट की फ्लावरिंग के समय फ्लोँ की सेटिंग पर कुप्रभाब डाला । उसके बाद सूखे ने रही सही कसर पूरी कर दी lके अरमानों पर फेरा पानी। बागवानों का कहना हैं की इस बार पिछले
वर्ष के मुकाबले प्लम बादाम की फसल 50 फ़ीसदी से भी कम होने की उम्मीद । बागवानों ने सरकार से उठाई राहत की मांग।
कलना गांव की रहने वाले बजुर्ग महिला जूही देवी ने बताया कि इस
बार प्लम की फसल बिल्कुल भी नहीं है। पेड़ो में प्लम के दाने देखने को
भी नहीं है। फ्लावरिंग तो अच्छी हुई लेकिन इस दौरान तेज बारिश हुई और
फिर सारे फूल झड़ गए।
बागवान शिवलाल ने बताया कि उन के पलम के करीब 500 पेटियां होती थी l फ्लावरिंग के दौरान तेज बारिश हुई और ठंड बढ़ गई जिससे
फूल झड़ गए। सही कसर जो अब सूखा पड़ा है और तापमान में बृद्धि के चलते इस बार प्लम की फसल बगीचे में नहीं है
बागवान पुनाराम ने बताया कि उनके सात आठ सौ बॉक्स प्लम के निकलतेथे, लेकिन इस बार फ्लावरिंग के दौरान मोटी मोटी बारिश आई और ठंड बढ़ गई
जिस से फूल झड़ गए। अब उनकी रोजी आगे कैस चलेगी l
-बागवान पूरन चंद ने बताया कि इस बार पौधों में फ्लावरिंग अच्छी
हुई लेकिन इस दौरान बारिश तेज हुई और इससे ठंड बढ़ गई। और फूल ठण्ड से
मुरझा गए ,जो कसर बची थी वह अब सूखे की मार ने पूरी कर दी
बागवानी विभाग के विषय विशेषज्ञ डॉ अश्वनी ने
बताया सर्दियों में बागवानी के लिए मौसम काफी अनुकूल रहा। बर्फबारी भी
आशानुरूप हुई। लेकिन जब स्टोन फ्रूट की फ्लोरिंग हुई और सेटिंग के
दौरान तेज बारिश हुई और ठंड बढ़ गई। इससे फ्लावरिंग प्रभावित हुआ और अब
लगातार सूखा पड़ा । इस बार औसतन से तापमान में भी अधिक वृद्धि हुई
है। इससे प्लम बादाम की फसल को पचास फीसदी से अधिक नुकसान हुआ है।