रामपुर बुशहर l हिमाचल भवन एवं सड़क निर्माण मजदूर यूनियन, इकाई नीरथ के मजदूरों ने नेशनल हाइवे पर श्रमिकों की समस्या व श्रम कानूनों को लागू न करने को लेकर धरना प्रदर्शन किया।
इस मोके पर बोलते हुए जिला शिमला अधयक्ष कुलदीप डोगरा और हिमाचल भवन एवं सड़क निर्माण मजदूर यूनियन जिला शिमला महासचिव अमित, नीरथ यूनियन अध्यक्ष राम कुमार ठाकुरऔर महासचिव राम लाल ने कहा कि नीरथ में जो नेशनल हाईवे का काम चल रहा है उसमे कार्य कर रहे मजदूरों का लंबे समय से विभाग, भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी और ठेकेदार के द्वारा शोषण किया जा रहा है। मजदूरों के ऊपर किसी भी प्रकार के श्रम कानूनों को लागू नहीं किया जा रहा है।
कहा कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग नीरथ में कार्य करें मजदूरों का ठेकेदार व कंपनी के द्वारा ना तो आई कार्ड दिया जा रहा है ना ही हाजरी कार्ड और ना ही किसी भी प्रकार का सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है। मजदूर जो कार्य कर रहे हैं उनको कानूनी रूप से हर माह की 7 तारीख से पहले वेतन मिलना चाहिए। परंतु यहां पर काम करें मजदूरों को कभी भी 7 तारीख से पहले वेतन नहीं मिला, मजदूरों को अपनी हाजरी जानने के लिए जो हाजरी कार्ड मिलना चाहिए या वेतन स्लिप मिलनी चाहिए वह भी ठेकेदार के द्वारा नहीं दी जा रही है।
इसके अतिरिक्त मजदूरों से 12 घंटे काम कराया जा रहा है, परंतु न्यूनतम वेतन जो केंद्र सरकार का है उसको लागू न करके कम वेतन दिया जा रहा है जिससे जो स्किल्ड वर्कर है उसे लगभग 10000 रूपये कम वेतन दिया जा रहा है। यूनियन ने चेताया कि यदि ठेकेदार व मुख्य नियोक्ता मजदूरों को समय पर वेतन और पिछ्ले वेतन का एरियर भुगतान नहीं करेंगे, तो आने वाले समय के अंदर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
धरने प्रदर्शन में पवन कुमार, अजय, राज कुमार, दूनी चन्द, राज, अमन, ज्ञान प्रकाश, तिलक, जीवन, तारा चंद, ओम प्रकाश, देव चंद, सुरजीत, यशपाल, राकेश आदि मज़दूर मौजूद रहे।
फोटो : धरना प्रदर्शन करते