रामपुर बुशहर / द सुप्रभात
केमिस्ट एंड ड्रगईस्ट एसोसिएशन रामपुर ने महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिसर खेनेरी में चल रहे जन औषधि केंद्र की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल। लगाया आरोप जन औषधि में बेचे जाने वाली दवाइयों के अलावा केंद्र में बेची जा रही है दूसरी सभी दवाइयां वह भी बाजार से महंगे दामों पर। ऐसे में जन औषधि के नाम पर आम ग्रामीण गरीबों को होना पड़ रहा है ठगी का शिकार। उन्होंने लगाया आरोप परिसर चिकित्सा प्रबंधन से शिकायत करने के बाद भी नही हो रही कोई कार्रवाई । चिकित्सा अधीक्षक से सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत जन औषधि से जुड़ी जानकारियां मांगने पर गोपनीय दस्तावेज बता कर नहीं दी जा रही है जानकारियां।
उप मंडल रामपुर के समीप चार जिलों को विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं देने वाले महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिषर खनेरी के भीतर खोले गए जन औषधि केंद्र पर रामपुर के ड्रग्स एंड केमिस्ट एसोसिएशन ने लूट का आरोप लगाया है । रामपुर में संगठन ने बाकायदा पत्रकार वार्ता कर बताया कि प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र में भारत सरकार के जन औषधि से जुड़ी गुणवत्ता वाली दवाइयां बिकनी चाहिए । जिनमें बाकायदा मार्का लगा हो, लेकिन इस जन औषधि केंद्र में केंद्र सरकार अथवा विभिन्न एजेंसियों द्वारा तय किए गए मापदंडों से हटकर सभी प्रकार की दवाइयां बेची जा रही है। इतना ही नहीं यहां दवाइयां बाजार से भी महंगे दामों पर बिक रही है। उन्होंने साक्ष्य भी प्रस्तुत किए । उन्होंने बताया ऐसे में ग्रामीण गांव का गरीब व्यक्ति सरकारी दवा केंद्र के नाम पर ठगी का शिकार हो रहा है।
उन्होंने बताया कि इन सब मुद्दों को लेकर के महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिषर प्रबंधन से सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत सूचना मांगी थी,लेकिन वह भी गोपनीय बात कर सूचनाएं नहीं दी जा रही है। उन्होंने बताया कि अगर चिकित्सा प्रबंधन उनकी मांगों को अनसुना करेगा तो वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।
उन्होंने आरोप लगाया चिकित्सा परिषर प्रबंधन भी इस दिशा में उदासीनता बरत रहे है। चिकित्सा परिसर प्रबंधन ने प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया और बताया कि पहले शिकायत कर्ताओं के पास कौन से दस्तावेज है सरकारी क्या दिशा निर्देश है उनका अध्ययन करेंगे।उसके बाद ही इस बारे में कुछ कह पाएंगे।
बाइट केमिस्ट एंड ड्रग ईस्ट एसोशियेश के धूव ने बताया कि संगठन की ओर से मांग करते हैं कि जन औषधि केंद्र में सरकार के जन औषधि मार्का लगी हुई दवाइयां बेचने के निर्देश है, लेकिन इसके संचालक द्वारा हर प्रकार की दवाइयां बेची जा रही है। इससे आम जनता को कोई लाभ नहीं हो रहा है । उन्होंने कहा इसकी शिकायत चिकित्सा अधीक्षक से भी की गई थी, लेकिन उन्होंने इसपर कोई संज्ञान नही लिया। आरटीआई से भी कोई जवाब नहीं दिया।
बाइट जन औषधि केंद्र संचालक धर्मपाल ने बताया जो ड्रग एंड केमिस्ट एसोसिएशन ने उन पर आरोप लगाए हैं। वे बेबुनियाद है। जन औषधि में वे दवाइयां बेची जा रही है जो बेयर हाउस से उन्हें दी जाती है। कुछ बीच में चिकित्सक के प्रिस्क्रिप्शन को पूरा करने के लिए अन्य साल्ट भी रखने पड़ते हैं। केमिस्ट एसोसिएशन के लोग केवल प्रतिस्पर्धा को लेकर के इस तरह की बातें कर रहे हैं।