द सुप्रभात ब्यूरो
4 -6 नवंबर , पाटबंगला ग्राउंड में अश्व प्रदर्शनी का आयोजन
6 नवंबर घुड़दौड़ / समापन / पुरूस्कार वितरण समारोह में माननीय विधायक श्री नन्दलाल जी रहेंगे मुख्य अतिथि
पीन घाटी के बर्फीले इलाकों में पाए जाने वाले चामुर्थी नस्ल के घोड़े होंगे मुख्य आकर्षण।
रामपुर बुशहर में 4 से 6 नवंबर अंतर्राष्ट्रीय लवी मेले का आग़ाज़ अश्व प्रदर्शनी से होना है। पशु पालन विभाग हि. प्र. द्वारा चार नवंबर से अश्व प्रदर्शनी का आयोजन किया जाना है। जिसके लिए प्रशासनिक तैयारियां की जा चुकी है।
पशु चिकित्सा अधिकारी एवं प्रभारी रामपुर डॉ अनिल शर्मा ने बताया कि 4 नवंबर को घोड़ों का पंजीकरण 13 अश्व वर्गो में शुरू किया जाएगा , तथा उसी दिन पी जी कॉलेज रामपुर के सभागार में स्कूल ( जूनियर) तथा कॉलेज ( सीनियर) वर्ग के छात्रों की प्रश्नोत्री प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में पशुपालन विभाग ने रामपुर में स्थित 18 स्कूलों को प्रतियोगिता में भाग लेने का निमंत्रण भेजा है। तथा पी जी कॉलेज रामपुर में भी राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी डॉ विपिन शर्मा से सहभागिता करने का निवेदन किया है। तथा रामपुर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ पंकज बसोटिया इस प्रतियोगिता में विशेष अतिथि रहेंगे।
5 नवंबर को मेला ग्राउंड में ही अश्व पालकों के लिए किसान गोष्टी का आयोजन किया गया है। जिसमें पशुपालन विभाग के विशेषज्ञ , तथा रिमाउंट वेटरनरी कोर , से कर्नल योगेश डोगरा अश्व पालकों को, अश्वों के प्रबंधन से संबंधित विशेष प्रशिक्षण देंगे।
डॉ अनिल शर्मा ने बताया कि अश्वों से संबंधित ब्रुक इंडिया कंपनी भी इस बार अश्व प्रदर्शनी में अपनी सहभागिता देगी , इसके साथ साथ इनटास तथा नव फार्मा भी अपना योगदान इस अश्व प्रदर्शनी में देंगी।
अश्वों के इलाज हेतु अलग टीम का गठन किया गया है, तथा आरवीसी अवेरी पट्टी से भी पशु चिकित्सा संबंधी मामलों में सहयोग मिलेगा।
6 नवंबर को अश्वों के जजिंग इवेंट होगा जिसमे 13 वर्गो में जजिंग की जायेगी। तथा प्रदान , द्वितीय एवम् तृतीय पुरूस्कार तथा सहानुभूति पुरूस्कार भी वितरित किए जायेंगे।
इस पुरूस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि श्री नन्द लाल जी , माननीय विधायक रामपुर विधानसभा रहेंगे।
इस बार 400 मीटर तथा 800 मीटर घुड़ दौड़ में प्रथम पुरूस्कार विजेता को 10,000/- रुपए की इनामी राशि दी जाएगी, जिसकी पुष्टि माननीय जिलाधीश तथा अध्यक्ष अंतरराष्ट्रीय लवी मेला समिति श्री आदित्य नेगी जी ने स्वयं की थी।