एचआरटीसी पेंशनर्स कल्याण संगठन संघ रामपुर की नई कार्यकारिणी गठित, वीरभद्र सिंह कायथ बने पुन:प्रधान
रामपुर बुशहर/ निशांत शर्मा
रामपुर में गुरुवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम पेंशनर्स कल्याण संगठन इकाई रामपुर एवं रिकांगपिओ के चुनाव राज्य स्तरीय उप प्रधान प्रीतम चौहान की अध्यक्षता में संपन्न हुए। जिसमें सर्वसहमति से दोबारा वीरभद्र सिंह कायथ को प्रधान चुना गया।वहीं आर के ठाकुर को मार्गदर्शन, राजेंद्र ठाकुर को अध्यक्ष, मीना राम को उपाध्यक्ष, रणबीर ठाकुर को उप प्रधान, राजेंद्र पाल को वरि.उप प्रधान, ओमप्रकाश ठाकुर को महासचिव, अमरजीत राणा को महासचिव, प्रताप चंद वर्मा को कोषाध्यक्ष, मोतीलाल नेगी को संगठन सचिव, गोपाल चंद शर्मा को संयुक्त सचिव, अनु लाल लक्टू को वित्त सचिव, चूड़ा राम शर्मा को कार्यालय सचिव, योगराज सोनी को प्रेस सचिव, नरेंद्र परमार को प्रवक्ता, जीवा दास को लेखापाल व एच सी जिशटू को कानूनी सलाहकार चुना गया। इस दौरान लगभग 60 पेंशन भोगी सदस्यों ने चुनाव में भाग लिया। बताते चलें कि चुनाव की प्रक्रिया एचआरटीसी कार्यालय रामपुर के प्रांगण में प्रातः शुरू हुई। जिसमें सर्व सहमति से वीरभद्र सिंह कायथ को प्रधान चुना गया। उन्होंने कहा कि जो भी जिम्मेदारियां मुझे दी गई है मैं उन पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा और जो भी पेंशन भोगियों के मुद्दे हैं उन्हें प्रदेश सरकार के समक्ष रखूंगा और पूरी टीम के साथ मांगों को पूरा करवाने की पुरजोर कोशिश करूंगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने जो वादे परिवहन पेंशन भोगियों के साथ किए थे वह अभी तक पूरे नहीं किए हैं। उन्होंने बताया कि 65,70 एवं 75 वर्ष पूर्ण कर चुके सेवानिवृत कर्मचारियों को सरकार द्वारा घोषित की गई घोषणा के अनुसार 5 प्रतिशत, 10 प्रतिशत तथा 15 प्रतिशत का वित्तीय लाभ तुरंत दिया जाए। उन्होंने यह मांग भी की है कि चिकित्सा भत्ते और अन्य भतों का भुगतान समय रहते किया जाए। उन्होंने हिमाचल प्रदेश उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से गुहार लगाई है कि जल्द ही इन मांगों को पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि मुझे सर्व सहमति से कार्यकारिणी के सदस्यों ने पुन : प्रधान चुना है। मैं इन सब का आभारी हूं। उन्होंने अहम बात कहते हुए कहा कि उप मुख्यमंत्री को एचआरटीसी की गतिविधियों से अवगत है, क्योंकि उनके पिता भी पूर्व में चालक रहे हैं और उन्हें एचआरटीसी की वास्तविक स्थिति का पूर्ण ज्ञान है। वहीं राज्य स्तरीय उप प्रधान प्रीतम चौहान ने बताया कि प्रदेश सरकार ने पेंशनरों की मांगों को पूरा नहीं किया है। इसी के तहत प्रदेश सरकार और प्रबंधक को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा है । उन्होंने प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि समय रहते हमारी मांगों पर अमल किया जाए, अन्यथा मजबूरन जो राज्य कार्यकारिणी ने फैसला लिया है कि 21 दिसंबर को तपोवन धर्मशाला में सभी वरिष्ठ लोग पेंशन भोगी डंडे के सहारे कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रबंधक के द्वारा हमारी मांगों को मान लिया जाता है,लेकिन उन्हें अंतिम चरण नहीं दिया जाता है। उन्होंने बताया कि उपमुख्यमंत्री से दो महीनों से बैठक के लिए समय मांग रहे हैं, लेकिन अभी तक परिवहन मंत्री ने बैठक के लिए नहीं बुलाया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर धर्मशाला जाते समय हमारे किसी साथी के साथ कोई घटना घट जाती है तो उसकी जिम्मेवार प्रदेश सरकार व मैनेजमेंट होगी। अगर समय रहते हमारी मांगों का समाधान नहीं किया गया तो तपोवन में मांगों को लेकर सरकार के प्रति उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें हिमाचल प्रदेश के सभी एचआरटीसी पेंशनर भोगी भाग लेंगे।