केंद्र द्वारा सेब पर न्यूनतम आयात मूल्य 50रू प्रतिकिलो तय करने से हिमाचली बागवानों को अच्छे दाम मिलेंगे, देश के बाजारों में भी हिमाचली सेब की मांग बढ़ेगी:-कौल नेगी
रामपुर बुशहर।रामपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी कौल सिंह नेगी ने पिछले कल केंद्र द्वारा विदेशों से आयात किए जाने वाले सेब का न्यूनतम मूल्य 50 रुपए प्रतिकिलो तय करने की अधिसूचना जारी करने के निर्णय पर ख़ुशी जाहिर करते हुए केंद्र की मोदी सरकार का आभार जताया है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इस निर्णय के बाद अब सेब बहुल किसी भी देश से 50 रुपए से कम कीमत पर भारत के बाजारों में सेब को आयात नहीं किया जायेगा।जिससे देश के सेब मंडियो में हिमाचली सेब की मांग बढ़ेगी और अब बागवानों को सेब के अच्छे दाम मिल सकेंगे।इसके अलावा हिमाचल समेत तीन राज्यों के बागवानों को भी लाभ होगा।
उन्होंने कहा अभी तक भारत में जिन-जिन देशों से सेब आयात किया जाता है उन देशों के व्यापारी कस्टम ड्यूटी से बचने या कम फीस देने के फायदे से सेब की कीमत को आधा बता देते थे।जिससे सस्ते दाम पर सेब भारत के बाजारों में पहुंच रहा हैं और इससे हिमाचल सहित अन्य सेब बहुल राज्यों के बागवानों को नुकसान उठाना पड़ता था और केंद्र सरकार को भी कस्टम ड्यूटी के तौर पर कम फीस मिलती थी।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में लगभग 6 जिलों में 1.50 लाख परिवार बागवानी से जुड़े है और हिमाचल में सेब की 6000 करोड़ रुपए की आर्थिकी है।केंद्र की मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा सेब इम्पोर्ट पॉलिसी की शर्तों में संशोधन किये जाने से हिमाचल के सेब उत्पादक बागवान भाइयों को केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का विदेशों से एप्पल आयात नीति के तहत 50 रुपए न्यूनतम मूल्य निर्धारित करने का निर्णय बागवानो के हित में हैं। जिससे निकट भविष्य में निश्चित रूप से देश के बाजारों में हिमाचली सेब की मांग बढ़ने की प्रबल संभावना हैं।