स्कूलों शिक्षकों की कमी पर राइट फाउंडेशन संस्था ने उठाए सवाल

रामपुर बुशहर l राइट फाउंडेशन रामपुर ने इस
क्षेत्र मैं शिक्षा व्यवस्था कि दुर्दशा को लेकर रामपुर की सामाजिक संस्था राइट फाउंडेशन ने गंभीर सवाल उठाए हैं। यहां पर रखा पत्रकार वार्ता मैं रामपुर और ननखड़ी शिक्षा खंड के प्राथमिक, माद्यमिक तथा वरिष्ठ माद्यमिक स्कुलो के चोंकाने वाले आंकड़े मीडिया के समक्ष रखे। इस मौके पर फाउंडेशन के अध्यक्ष परवीन जयदीप बिष्ट ने रामपुर क्षेत्र के स्कूलों कि अव्यवस्था जिस अनेक स्कूल भावनो के दुर्दशा और स्कूलों मैं सेंकड़ो खाली पड़े शिक्षकों के पद का जिक्र करते हुऐ कहा कि इससे वच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है l कहा कि रामपुर विधानसभा क्षेत्र के ननखड़ी और रामपुर में शिक्षकों के 68 फीसदी पद खाली चल रहै हैं। वहीं कुछ नेताओं द्वारा अपने डीओ नोट लगाकर शॉर्ट नोटिस में अध्यापकों के तबादले कर स्कूलों को खाली किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल भवनों की हालत भी बद से बतर चल रही है। कई 20 वी शदी के बने स्कूल भावनो मैं जर्जर भावनो मैं 21 वी शदी मैं बच्चों कि क्लासे लग रही है l जिसमें छात्रों को कई प्रकार की परेशानियों से दो चार होना पड़ रहा है और जान जोखिम में डाल कर शिक्षा ग्रहण करनी पड़ रही है।
उदहारण देते हुऐ बिष्ट ने बताया कि राजकीय केंद्र पाठशाला खुन्नी में यह आलम है कि बारिश का पानी कमरों में भर जाता है और बच्चे छाता लगा कर दोपहर का भोजन करते हैं। इसी तरह सीनियर सेकेंडरी स्कूल कशापाट किसी गो शाला से भी बदतर हालत में है। इस बारे फाउंडेशन और जनता वर्ष 2008 से सरकार का ध्यान दिला रही है पर सरकारइस और आँखे मुंदे पड़ी है l फाउंडेशन ने इस दुर्दशा के लिए सरकार और स्थानीय विधायक को जिम्मेदार ठहराया है और स्कूलों की व्यवसथा सुधार के लिए जल्द ही उच्च न्यायालय की शरण मे जाने का मन बनाया है।
फोटो : पत्रकार वार्ता मैं बोलते

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