रामपुर बुशहर l निशांत शर्मा
संयुक्त किसान संघर्ष समिति के एक प्रतिनिधिमण्डल ने एसडीएम रामपुर सुरेंद्र से मिल कर उन्हें अपनी मांगों और समस्याओं से अबगत करवाया l प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम को बताया कि परियोजना प्रभावित किसान लगातार पिछले एक वर्ष से अपनी मांगो को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रबंधक वर्ग किसानों की समस्याओं व मांगों का हल नहीं कर रहा है। इन मांगों को हल करने के लिए प्रबंधक वर्ग बार-बार प्रशासन का नाम ले रहा है।
मुख्य मांगों मै परियोजना निर्माण से हो रहे फसलों , दरारों का मुआवजा तुरन्त दिया जाए, छुटे हुए क्षेत्र का सर्वे किया जाये , परियोजना के निर्माण से उठ रही धूल व दरारों के मुआवजे की सीमा 900 मी0 से बढ़ाकर जमीनी स्तर पर वास्तविकता के आधार पर मुआवजा दिया जाए। परियोजना से प्रभावित बेरोजगारों को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार दिया जाए, लाडा की धन राशि को प्रभावित पंचायतों व प्रभावित जोन में शीघ्र अति शीघ्र खर्च की जाए।
इसके अतिरिक्त मांग की की लुहरी जल विद्युत परियोजना चरण-1 के कार्यलय बिथल में आकर संयुक्त किसान समिति के साथ बैठक करके समस्याओं का सामाधान करें। अन्यथा किसान परियोजना का कार्य बंद कर देंगे, जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन और प्रवन्धक वर्ग की होगी।
इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि 2022 में फसल से हुए नुकसान का मुआवजा अभी तक भी उन्हें नहीं मिल पाया है! जिसको लेकर उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई है कि उनके 2022 के फसल के नुकसान का मुआवजा जल्द दिया जाए ! इसके साथ-साथ घरों में पड़ी दरारों का भी तुरंत प्रभाव से लोगों को मुआवजा मिलना चाहिए! जिसको लेकर उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि वह 15 दिसंबर को लुहरी जल विद्युत परियोजना के प्रबंधक के साथ होने वाली बैठक में भाग लें ताकि आमजन की समस्याओं का समाधान निकाला जा सके!
फोटो : एसडीएम रामपुर से मिलते हुए!