रामपुर में भीमाकाली मंदिर ट्रस्ट द्वारा दिव्यांगों के विशेष स्कूल को बंद करना अत्यंत निंदनीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण,दिव्यांगों के प्रति हमें सवेदनशील रहने की जरूरत, उन्हें भी है सम्मानपूर्वक जीवन जीने का पूरा अधिकार:-कौल सिंह,भाजपा नेता रामपुर!
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रामपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा नेता कौल सिंह ने कहा कि दिव्यांग होना कोई अपराध नहीं,ये हमारे समाज के अभिन्न अंग हैं।
उन्होंने कहा कि भरी आपदा के समय में भीमाकाली मंदिर ट्रस्ट द्वारा जिस तरीके से रामपुर बुशैहर स्थित मुख्य बाजार में विगत 10वर्षो से “कोशिश एक आशा फाउंडेशन” द्वारा दिव्यांग बच्चों के उत्थान के लिए खोले गए “विशेष स्कूल” पर तालाबंदी करने का जो अनुचित कार्य किया गया है वो बिल्कुल अन्यायपूर्ण,निंदनीय एवं अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है!
उन्होंने कहा ज़ब उन्होंने एसडीएम कार्यालय में अपनी मांगो की गुहार लगाते रोते बिलखते उन दिव्यांग छात्रों को देखा तो उन्हें वास्तव में बहुत पीड़ा हुई!उन्होंने कहा उन मासूम बच्चों का कसूर क्या सिर्फ ये था कि वें हर रोज हँसते खेलते उक्त ट्रस्ट परिसर में शिक्षा ग्रहण करने आया करते थे!
उन्होंने कहा इस अनुचित कृत्य से इन दिव्यांग बच्चों के मान को जहाँ ठेस पहुंची है तो वहीं उनके अभिवावकों सहित हम सभी अपने आप को अपमानित महसूस कर रहें है,दुर्भाग्य से आज ओछी एवं सवेदनहींन मानसिकता के चलते स्कूल को स्तरहीन राजनीति का शिकार होना पड़ रहा है!
उन्होंने कहा इन दिव्यांग बच्चों के पास अब पढ़ने के लिए कोई अन्य स्थान भी नहीं है!एक और तो सरकार दिव्यांग जनों को सम्मान देने की बात करती है जबकि इसके विपरीत सरकार द्वारा उक्त स्कूल को बंद ना करने के आदेशों को ट्रस्ट द्वारा ठेंगा दिखाया जाता है!
उन्होंने कहा आज हमें दिव्यांगों के प्रति संवेदनशील पहल करने की जरूरत है!दिव्यांगों की उपेक्षा और उनके प्रति किये गए इस अमानवीय व्यवहार को बिल्कुल बर्दाशत नहीं किया जायेगा!
दिव्यांग बच्चों को वैसे भी अपने जीवन में सीमित अवसरों सहित अन्य आवश्यक चीजों के अभावो में काफ़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है तो वहीं ट्रस्ट दिव्यांग बच्चों के सिर से स्कूली छत छीनकर उनका सहारा बनने के बजाय इन्हें शिक्षा से वँचित करने का काम कर रही है!
उन्होंने सरकार एवं प्रशासन से आग्रह किया कि इन दिव्यांग बच्चों के प्रति अपना मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए उनकी पढ़ाई के मद्देनजर पुन: ट्रस्ट परिसर में इस विशेष स्कूल को बहाल किया जाये और इन दिव्यांग छात्र छात्राओं के सुनहरे भविष्य को सवाँरने की दिशा में सकारात्मक एवं सवेंदनशील पहल करते हुए उन्हें गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करें और यथाशीघ्र एक स्थायी स्कूल का निर्माण किया जाये!इसके साथ ही इनकी मदद हेतू सरकार को प्रभावी कदम उठाने की सख्त जरूरत है!
उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि यदि सरकार प्रशासन समय रहते इन दिव्यांग बच्चों के लिए इस विशेष स्कूल को पुन बहाल नहीं करती तो सरकार को निकट भविष्य में आम जनता के विरोध का भारी सामना करने के लिए तैयार रहना होगा!