बेसड़ी गांव में एक साथ 3 तेंदुओं ने किया घर के आंगन में कुत्ते पर हमला, बाल बाल बचा युवक- दहशत में लोग

बेसड़ी गांव में एक साथ 3 तेंदुओं ने किया घर के आंगन में कुत्ते पर हमला, बाल बाल बचा युवक- दहशत में लोग

रामपुर बुशहर
रामपुर बुशहर उपमंडल की ग्राम पंचायत शिंगला के बेसड़ी गॉव और आसपास क्षेत्रों के लोग तेंदुए के आतंक से दहशत में हैं। शनिवार देर शाम एक साथ एक दो नहीं बल्कि तीन तीन तेंदुओं ने घर के आंगन में कुत्ते पर हमला कर दिया। इस दौरान घर का युवक भी आंगन में ही मौजूद था। महज 5 फिट की दूरी पर ही तेंदुए के हमला करने से युवक बाल बाल बचा जबकि कुत्ते को तेंदुए ने बुरी तरह से नोच दिया। ये तो गनीमत रही कि घर के सभी सदस्य घर पर ही मौजूद थे और शोरगुल सुनकर अपने पालतू कुत्ते को बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ गये और कुत्ते को बचा लिया अन्यथा तेंदुए युवक या फिर घर के बुजुर्ग बच्चों पर भी हमला कर सकते थे।
घटना शनिवार शाम करीब साढ़े आठ बजे की है जब घर में दो साल के पालतू कुत्ते ने आसपास आहट सुनी तो सचेत होकर जोर जोर से भौंकने लगा। घर के सभी लोग उस समय भोजन करने के लिए बैठ ही रहे थे कि युवक जग मोहन शर्मा हाथ धोने के लिए घर के आंगन में लगे नल पर पहुंचा। उसी क्षण पालतू कुत्ता कभी इधर तो कभी उधर दौड़कर जोर जोर से भोंक रहा रहा। उसी क्षण युवक की नजर पास ही घात लगाए बैठे दूसरे कुत्ते पर पड़ी, युवक को लगा कि कुत्ता उसे देखकर भोंक रहा है। तभी पालतू कुत्ता ‘मोटू’ उस कुत्ते को ओर दौड़ा इस बात से अनजान कि वह कुत्ता नहीं बल्कि एक मादा तेंदुआ है। युवक ने हाथ उठाए पानी के मग से तेंदुए पर पानी गिरा दिया और उसे भगाने लगा। इसी बीच तेंदुए ने तुरंत झपट्टा मारकर कुत्ते को जकड़ लिया। युवक जोर से चिल्लाने लगा तो घर के अन्य युवक दुष्यंत और जयंत शर्मा भी डंडे लेकर बाहर दौड़े और तेंदुए से भिड़ गए। इसी बीच नजर पड़ी तो मादा तेंदुए से कुछ दूरी पर ही दो युवा तेंदुए भी घात लगाकर बैठे थे। युवकों ने डंडे उठाए और शोर करते हुए उन्हें भगाने लगे। तभी मादा तेंदुए ने कुत्ते तो छोड़ दिया और तीनों तेंदुए वहां से भाग गए। तेंदुए के हमले से कुत्ते के बाएं कान और सिर पर गहरे जख्म हो गए हैं। घर के सदस्यों ने कुत्ते के जख्मों को साथ कर उसे प्राथमिक उपचार दिया।

गौर है कि


शिंगला, डंसा और लालसा पंचायत ने में इन तेंदुओं ने कई घरों और मवेशियों पर हमला कर नुकसान पहुंचा दिया है। इससे पूर्व भी पनोली गाँव में देवदत्त शर्मा के आंगन से सुबह 10 बजे के करीब ही परिवार के सदस्यों के सामने ही कुत्ते को शिकार बनाया जबकि एक अन्य के घर से शाम के समय पालतू कुत्तों का शिकारकिया। वहीं कलना गांव में दुर्गा नंद गौतम के आंगन से बकरे को शिकार बनाया। यही नहीं भेड़पालकों के मवेशियों पर तो कई बार हमला कर चुके हैं। हालत ये है कि अब तो ये तेंदुए दिन दोपहर में ही बेखौफ शिकार करने लगे हैं। जिससे सभी लोग शाम गए हैं।
जग मोहन शर्मा ने बताया कि एक साथ 3 तेंदुओं के बिना डरे इस तरह घर के आंगन में ही हमला करने की घटना से पूरा परिवार सहम गया है। घर पर बुजुर्ग माता पिता और छोटे बच्चे भी हैं। पालती मवेशी हैं, जिन्हें इन तेंदुओं से लगातार खतरा बना हुआ है। परिवार ने प्रशासन और वन विभाग से आग्रह किया है कि तुरन्त इन क्षेत्रों में पिंजरे लगाकर इन तेंदुओं को पकड़कर यहां से दूर ले जाएं ताकि क्षेत्र के लोग बिना दहशत के रह सके।

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